रविवार, 9 अप्रैल 2023

25 मार्च 2023 - इंद्रधनुष कवि सम्मेलन





पूना कॉलेज हिंदी विभाग
, आय क्यू ए सी तथा

प्रतिभा फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में

कवि सम्मेलन इंद्रधनुष्य

दि. 25  मार्च 2023  शाम 04 बजे से 08 बजे तक

पूना कॉलेज कॉन्फ्रेंस हॉल

 

कार्यक्रम पत्रिका

 

              उदघाटन – प्राचार्य डॉ. आफताब अनवर शेख

              स्वागत- उप प्राचार्य प्रा. इम्तियाज़ आगा

              कविगण- डॉ. ममता जैन , मुख्य अतिथि

श्री अंकित मौर्य, बिहार

श्री दिव्य कमलध्वज , कोटा

श्री अमित झा राही, बिहार

श्री अतुल वर्मा, पुणे

श्री मेहदी इमाम, पुणे

श्री कनिष्क शुक्ला, भोपाल

श्री हर्षल गाफिल, कोटा

 

आयोजक – श्रीमती प्रतिभा श्रीवास्तव

              डॉ. मोहम्मद शाकिर शेख,

              डॉ. बाबा शेख


26 फरवरी 2023 - अंतरराष्ट्रीय भाषा दिवस संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह






 








 

भाषा के अध्येताओं को रोजगार के संबंध में सकारात्मक दृष्टि अपनाने की आवश्यकता - प्राचार्य डॉ. आफताब अनवर शेख

 

अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस तथा मराठी राजभाषा दिवस के अवसर पर अंतरराष्ट्रीय भाषा सम्मेलन

 

        “विश्व की सभी भाषाओं की अपनी मधुरता, अपना महत्व होता है। हमें सभी भाषाओं से प्रेम करते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार एक से अधिक भाषाओं पर अपनी पकड़ बनानी होगी। भाषा के अध्येताओं को रोजगार के संबंध में सकारात्मक दृष्टि अपनाते हुए छात्रों में भाषाओ के प्रति लगाव को बढ़ाना होता तभी वे भाषा के माध्यम से अपना कैरियर बना सकते है।”  ऐसा मन्तव्य अंतरराष्ट्रीय भाषा सम्मेलन की अध्यक्षता एवं उदघाटन करते हुए प्राचार्य डॉ. आफताब अनवर शेख ने किया।

        पूना कॉलेज हिंदी विभाग, विद्यार्थी विकास मंडल, आय क्यू ए सी तथा एडूथोन, स्टे फीचर्ड, स्कोलर्स ट्री,पालिंगों,विन कनेक्ट्स के संयुक्त तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस तथा मराठी राजभाषा दिवस के अवसर पर अंतरराष्ट्रीय भाषा सम्मेलन (भाषा और रोजगार के अवसर) जर्नी एस्पायरिंग टू इंस्पायरिंग   -   अपराजिता अवार्ड्स 2023 संपन्न हुआ।

        उपप्राचार्य प्रा. इम्तियाज़ आगा ने तकनीकी सत्र की अध्यक्षता करते हुए कहा कि “किसी भी भाषा से द्वेष न करते हुए सभी भाषाओं का सम्मान करना होता तभी राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा मिलेगा।” हिंदी विभागाध्यक्ष सब लेफ्टनेंट डॉ. मो. शाकिर शेख ने हिंदी विषय एवं भाषा में रोजगार के सुअवसरों से सभी को परिचित कराया। मुख्य अतिथि डॉ. प्रतीक मुंगेकर ने संगीत की भाषा पर प्रकाश डाला। उन्होने अपराजिता समान के संबंध में उपस्थितों का मार्गदर्शन किया। मुख्य अतिथि सागर लोखंडे ने भाषा और रक्षा के संबंध में अपने विचार प्रस्तुत किए। संस्कृत भाषा के संबंध में हर्षदा पोतदार ने अपने विचारों को प्रस्तुत किया।

        अँग्रेजी भाषा के महत्व के बारे में अँग्रेजी विभाग प्रमुख प्रा. ज़ीनत मर्चंट ने अपने विचार व्यक्त किए। मराठी राजभाषा में उपलब्ध रोजगार को लेकर  प्रा. जुबेर पटेल ने मार्गदर्शन किया। ओबेराय इंटरनेशनल स्कूल फॉर स्पैनिश के मिस्टर टायलर यंडा ने स्पैनिश भाषा में कैरियर बनाने के संबंध में अपनी बात कही। फ्रेंच तथा यूरोपियन भाषाओं के संबंध में भावना गुप्ता ने अपने विचारों को प्रस्तुत किया। जर्मन भाषा में अपना कैरियर बनाने के संबंध में गार्गी लिमये ने सभी का मार्गदर्शन किया। 

        साहित्य संगम के अंतर्गत डॉ. प्रचेतन पोतदार, श्वेता मिश्रा, वनिता बंसल, शिद्दत मनेर ने काव्य प्रस्तुति की। एसपायरिंग टू इंस्पायर तथा अपराजिता अवार्ड से प्रा. विजया चव्हाण, रसिका भावे, पूजा बोस, गरिमा कवठेकर, रेणु पाटिल, स्मृति देशपांडे, नेहा सना, डॉ. अनीता जठार, साक्षी मोहंती, मोना मोरे, अश्विनी पानसरे, अंजलि सिंह, नेहा जैन, डॉ. पद्मश्री बल्लाल, ज़ाहिरा शेख, डॉ. कैप्टन ऋतु बियानी, प्रीति दभड़े, डॉ. निर्मला राजपूत आदि को सम्मानित किया गया।

        इस अवसर पर साप्ताहिक समृद्ध व्यापार के संपादक की दो पुस्तकों का विमोचन हुआ। प्राचार्य उज्ज्वला पिंगले, प्रा. ज़मीर सैयद, प्रा. कैलाश नरुटे, प्रा. नंदिनी नरुटे आदि उपस्थित थे।

             सम्मेलन को सफल बनाने के लिए डॉ. अक्षय कांबले, निसार, वकार, सोहेल, इसरफ़िल, विजया, अन्नाया,मोहित, जितेंद्र, नगमा, हुसेन, आबिद, रज़्ज़ाक़, आमिर खान, सलमान आदि ने परिश्रम लिया। सम्मेलन का सूत्र संचालन श्वेता पंकज ने तथा आभार डॉ. सरवजीत किराड़ ने किया।

 

 

                                                                डॉ. आफताब अनवर शेख

                                                                           प्राचार्य

07 फरवरी 2023 - राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 कार्यशाला तथा कवि सम्मेलन



 

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10 जनवरी 2023 - विश्व हिंदी दिवस समारोह

 





हिंदी छात्रों के लिए रोजगार के सुनहरे अवसर

पूना कॉलेज में विश्व हिंदी दिवस पर आयोजित समारोह में डॉ. शहाबुद्दीन ने किया मार्गदर्शन  

        “हिंदी विश्व भाषा बनने की ओर कदम बढ़ा रही है। हिंदी का अध्ययन करने वाले छात्रों के लिए सरकारी तथा निजी क्षेत्रों में रोजगार के अनेक अवसर मौजूद हैं। हिंदी के छात्र अपना कैरियर इसमे बना सकते हैं। देश विदेश में हिंदी भाषा से संबन्धित अनेक अवसर उपलब्ध है। ज़रूरत इस बात की है कि हम खुद को इस काबिल बनाए।” ऐसा मन्तव्य डॉ. शहाबुद्दीन शेख ने विश्व हिंदी दिवस समारोह के अवसर पर व्यक्त किया। पूना कॉलेज हिंदी विभाग एवं आय क्यू ए सी द्वारा विश्व हिंदी दिवस समारोह के अवसर पर हिंदी में रोजगार के अवसर इस विषय पर हिंदी अध्यापक एवं छात्रों का मार्गदर्शन किया गया।

         प्राचार्य डॉ. आफताब अनवर शेख ने उदघाटन करते हुए कहा कि “ छात्र यदि चाहे तो वह अपनी कला का विकास कर रोजगार के अवसर स्वयं निर्माण कर लेता है।  हिंदी के विकास के लिए पूना कॉलेज हर संभव प्रयास करता है। हिंदी भाषा एवं साहित्य के विकास के लिए जो भी कार्य कर रहे है उनकी सहायता के लिए हम सदैव तत्पर है।”

        श्री प्रभु चौधरी, सचिव, राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना, उज्जैन ने सरकारी एवं निजी क्षेत्रों में हिंदी में उपलब्ध अवसरों के संबंध में जानकारी दी। इस अवसर पर मेजर एस के मिश्रा, श्वेता मिश्रा, मीनाक्षी भालेराव, भावना गुप्ता, आरती देशपांडे, डॉ. अहमद शमशाद, डॉ. मुख्तार शेख, डॉ. अबरार अहमद, डॉ. जावेद अख्तर,   डॉ. शाहिद अंसारी उपस्थित थे।  

        हिंदी विभागाध्यक्ष सब लेफ्टनेंट डॉ. मोहम्मद शाकिर शेख ने सभी उपस्थितों का स्वागत किया। डॉ. बाबा शेख ने कार्यक्रम का संचालन तथा उपप्राचार्य मोइनूद्दीन खान ने उपस्थितों का आभार व्यक्त किया। समारोह को सफल बनाने के लिए निर्मल,फातेमा, शिबा, इमरान, अफरीद, अयान आदि ने परिश्रम लिया।

 

डॉ. आफताब अनवर शेख

प्राचार्य

शुक्रवार, 30 सितंबर 2022

28 सितंबर 2022 - नेहरू युवा केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में जिलास्तरीय स्व रचित काव्य वाचन एवं भाषण प्रतियोगिता







 

14 सितंबर 2022 - ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 : हिंदी की भूमिका’ विषय पर राष्ट्रीय गोष्ठी, पुस्तक विमोचन एवं सम्मान समारोह

 
















 राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 : हिंदी की भूमिका विषय पर राष्ट्रीय गोष्ठी, पुस्तक विमोचन एवं सम्मान समारोह

14 सितंबर 2022

नेहरू युवा केंद्र पुणे, युवा कार्य एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार, पूना कॉलेज आय क्यू ए सी, हिंदी विभाग, पृथा फ़ाउंडेशन, एड्यूथान संस्था के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय संगोष्ठी , पुस्तक विमोचन एवं सम्मान समारोह सम्पन्न हुआ। नेहरू युवा केंद्र महाराष्ट्र के सह संचालक श्री यशवंत मानखेडकर तथा पूना कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आफताब अनवर शेख के मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यक्रम में उपप्राचार्य मोइनूद्दीन खान ने सभी उपस्थितों का स्वागत किया। उपप्राचार्य प्रा. इम्तियाज़ आगा ने प्रास्ताविक प्रस्तुत किया। बालभारती पुणे की समन्वयक डॉ. अलका पोतदार ने बीजभाषण में नई शिक्षा नीति पर अपने विचार व्यक्त किए। डॉ. रत्ना चौधरी, वर्धा द्वारा लिखित हिंदी उपन्यासों में समाज जीवन इस पुस्तक का विमोचन सभी मान्यवरों के करकमलों द्वारा हुआ। डॉ. रत्ना चौधरी ने अपनी पुस्तक का परिचय करवाते हुए सभी का आभार व्यक्त किया।

हिंदी सलाहकार समिति, भारत सरकार के सदस्य श्री वीरेंद्र कुमार यादव, पटना ने उदघाटन के अवसर पर कहा कि बहुभाषी भारत देश में संपर्क व सशक्त भाषा के रूप में उसके सार्वदेशिक विकास के लिए राष्ट्रीय सोच बनाने की आज नितांत आवश्यकता है। श्री यादव ने आगे कहा कि वर्तमान में हिंदी को साहित्य से भी आगे जाकर इसे ज्ञान विज्ञान की ही नहीं, बल्कि शासन, प्रशासन व न्याय की भाषा बनाने की आवश्यकता है। हमें अपनी मानसिकता बदलकर हिंदी साहित्य भारतीय भाषाओं की समृद्धि में सक्रिय योगदान करना होगा।

        विश्व हिंदी साहित्य सेवा संस्था, प्रयागराज, उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष डॉ. शहाबुद्दीन शेख, पुणे ने समारोह की अध्यक्षता की। श्री यादव ने आगे कहा कि वर्तमान में हिंदी को साहित्य से भी आगे जाकर इसे मान ज्ञान की ही नहीं, बल्कि शासन, प्रशासन व न्याय की भाषा बनाने की आवश्यकता है। हमें अपनी मानसिकता बदलकर हिंदी साहित्य भारतीय भाषाओं की समृद्धि में सक्रिय योगदान करना होगा। अध्यक्षीय समापन करते हुए डॉ. शहाबुद्दीन शेख ने कहा कि हिंदी ने भारत व भारत के बाहर विश्व मंच पर भरपूर प्रगति साधी है। फिर भी भारतीय संस्कृति को अबाधित रखने के लिए हिंदी सहित सभी भारतीय भाषाओं को विकसित करना होगा। हिंदी के लिए रोमन लिपि का प्रयोग बहुत बड़ा संकट है। हिंदी के अस्तित्व के लिए सभी क्षेत्रों में देवनागरी लिपि का ही प्रयोग बहुत ज़रूरी है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति का क्रियान्वयन आरंभ हुआ है, जो भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देगी। क्षेत्रीय तथा मातृभाषा के माध्यम दी जानेवाली शिक्षा निःसन्देह परिणामकारक सिद्ध होगी। ज्ञान व कौशल के साथ ये शिक्षा नीति देश के युवा वर्ग को आत्मनिर्भर बनाने में सहायक सिद्ध होगी।

        तकनीकी सत्र की अध्यक्षता लखनऊ से पधारी डॉ. रेणु सिंह ने की। इस सत्र में डॉ. प्रेरणा उबाले, डॉ. निर्मला राजपूत, श्रीमती मीनाक्षी भालेराव, भावना गुप्ता ने नई शिक्षा नीति और हिंदी के संबंध में अपने विचार व्यक्त किए।

        सम्मान समारोह के अंतर्गत डॉ. रीना सुरडकर, अजंता, डॉ. रत्ना चौधरी, वर्धा, डॉ. मिलिंद बनकर, प्रा. किरण नगरे, डॉ. प्रेरणा उबाले, डॉ. शकीला मुल्ला, डॉ. निर्मला राजपूत, प्रा. दीपिका कटरे, कांचन पाडलकर, सरबजीत किराड़, प्रचेतन पोतदार, प्रा. इम्तियाज़ आगा, प्रा. रुकसाना शेख,  डॉ. बाबा शेख, डॉ. मो. सलीम मनियार, दयानन्द कनकदन्डे आदि को हिंदी सेवी सम्मान से अलंकृत किया गया। इस अवसर पर लायन सुभाष गोयल उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. बाबा शेख तथा आभार डॉ. शाकिर शेख ने किया।       

25 मार्च 2023 - इंद्रधनुष कवि सम्मेलन

पूना कॉलेज हिंदी विभाग , आय क्यू ए सी तथा प्रतिभा फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में कवि सम्मेलन इंद्रधनुष्य दि. 25   मार्च 2023   शाम...